साई बाबा के चमत्कार

शिर्डी वासियों से धीरे धीरे जाना की साईं बाबा कोई  आम आदमी नही है अपितू बहुत  सारी दैविक शक्ति वाले संत है . साईं बाबा की लीला जान पाना बड़ा मुश्किल  होता था उनके भक्तो के लिए  साईं बाबा ने अपने जीवन काल में बहुत सारे चमत्कार किये उनमे से कुछ इस तरह है |

साईं बाबा की लीलाए और चमत्कार

शिर्डी साईं बाबा चमत्कार

1) डूबते हुए बच्ची को बचाना :

एक बार 3 साल की के गरीब बच्ची जिसका नाम बाबु किर्वान्द्कर कुवे में गिर जाती है और डूबने लगती है . शिर्डी गाँव वाले उस कुवे की तरफ भाग कर आते है और यह चमत्कार देखते है की वो बच्ची चमत्कारी तरीके से कुवे से निकल जाती है . यह सब साईं कृपा के कारण ही संभव था |  उसके लबो  पर बस यही  नाम होता है की वो साईं बाबा की बहिन है , वो साईं बाबा की बहिन है.

2) पानी से दीपक जलाना

साईं बाबा जिन्हें रौशनी से बहूत प्यार होता है और वो दीपक जलाकर रात्रि में यह आनदं लेते थे .

एक बार शिर्डी गावं के दूकानदार साईं बाबा को दीपक जलाने के तेल नही दिए  और उनसे झूठे  बहाने बनाने लगे   .
साई बाबा उनके इस बर्ताव से बहूत दुखी हो गये  . साईं बाबा अपने तेल वाले बर्तन जिसमे नगण्य तेल होता है , उसमे पानी भर के पी जाते है फिर वही पानी मूह से उसी बर्तन में निकल कर दीपकों में भर लेते है , यह साई चमत्कार ही था कि साईं के पेट से निकला पानी तेल बन गया | उसे साई ने दीपकों में भरा और सारी रात वो दीपक उसी तरह प्रज्वलित होते है जेसे वो घी से जल रहे हो .
शिर्डी गावं के दूकानदार यह चमत्कार देखकर बहूत शर्मिंदा होते है और बाबा साईं की जय जयकार लगाते है .

3) खेत को जलने से बचाना :

एक बात साईं बाबा अपने किसी भक्त को कहते है की तुम्हारा  खेत जलने के करीब है जाओ अपना खेत संभालो . वो व्यक्ति जब जाके अपने खेत को देखता है तो वहा एक छोटी से चिंगारी उसे दिखाई देती है और तेज हवाओ से वो ज्वाला बन कर खेत लो जलाने की तैयारी में हो जाती है .. वो व्यक्ति साईं बाबा को दिल से मदद के लिए पुकारता है .साईं बाबा उसकी करुण पुकार सुनकर अपने हाथो में पानी लेकर शांति शांति के मंत्र बोल कर उस खेत में लगी ज्वाला को शांत करा देते है .

४) वर्षा को रोकना

एक बार साईं भक्त बहुत मुसलाधार  वर्षा में फंस जाते है . साईं बाबा उनकी विनती सुनकर इश्वर से विनती करते है और वो तेज  वर्षा रुक जाती है .

Leave a Reply

Your email address will not be published.

error: